24 मार्च 2012
भुवनेश्वर | ओडिशा के कंधमाल जिले में पिछले सप्ताह नक्सलियों द्वारा अगवा किए गए इटली के दो नागरिकों की सुरक्षित रिहाई के प्रयास जारी हैं। इस सिलसिले में चल रही वार्ता आगे बढ़ी है लेकिन अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। शनिवार को भी वार्ता जारी रहेगी। नक्सलियों से शुक्रवार को फिर बातचीत हुई। बातचीत में नक्सलियों के दो वार्ताकार और तीन सरकारी अधिकारी शामिल थे। वार्ता कई घंटे चली। इस दौरान नक्सलियों के वार्ताकारों ने बातचीत में जेल में बंद एक शीर्ष नक्सल नेता को भी शामिल करने की मांग की लेकिन बाद में इस मुद्दे को सुलझा लिया गया।
बातचीत की प्रक्रिया में शामिल एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि वार्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी है लेकिन अब तक किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका है।
वार्ता में जेल में बंद एक शीर्ष नक्सल नेता को भी शामिल करने की मांग के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया, "तीसरे वार्ताकार के बगैर ही वे बातचीत जारी रखने पर सहमत हो गए हैं। अब यह कोई मुद्दा नहीं है।"
नक्सलियों की ओर से वार्ताकार बनाए गए बी. डी. शर्मा ने कहा कि शनिवार शाम तक इस मुद्दे को सुलझा लिया जा सकता है।
गुरुवार को शुरू हुई बातचीत राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा नक्सलियों के मध्यस्थों से यह कहने के बाद बेनतीजा रही थी कि वे उनकी बहुत सी मांगों पर विचार नहीं कर सकते। इसके लिए सरकार से परामर्श की जरूरत है।
नक्सलियों के मध्यस्थ दंडपणि मोहंती और बी. डी. शर्मा की ओर इससे पहले कहा गया था कि बंधक सुरक्षित हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक है। शर्मा से जब यह पूछा गया कि बंधकों को कब तक मुक्त कर दिया जाएगा तो उन्होंने कहा, "यह मैं अभी नहीं कह सकता।"
नक्सल वार्ताकारों ने यह भी कहा कि नक्सली अपनी दो मांगें माने जाने पर दो में से एक बंधक को छोड़ने के लिए तैयार हैं। इनमें 'गलत आधार' पर गिरफ्तार किए गए पांच नक्सलियों को रिहा करने और फर्जी मुठभेड़ में नक्सलियों की हत्या तथा बलात्कार के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग शामिल है।
इतावली नागरिकों बोसुस्को पाओलो (54) और क्लौडियो कोलांगेलो (61) को 14 मार्च को गंजाम और साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील कंधमाल जिले से नक्सलियों ने अगवा कर लिया था।
उनकी रिहाई के लिए नक्सलियों ने 13 मांगें रखी हैं, जिनमें जनजातीय क्षेत्रों में पर्यटकों के प्रवेश की मनाही, नक्सल विरोधी अभियान रोकने और कई कैदियों को रिहा करने की मांगें भी शामिल हैं।
उधर, राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने इतावली नागरिकों को अगवा करने के विरोध में और उनकी शीघ्र रिहाई की मांग को लेकर शुक्रवार को जुलूस निकाले।
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